पायन को परिबो अपमान अनेक सोँ केशव मान मनैबो ।
सीठी तमूर खवाइबो खैबो विशेष चहूँ दिशि चौँकि चितैबो ।
चीर कुचीलन ऊपर पौढ़िबो पातहु के खरके भगि ऎबो ।
आँखिन मूँद के सीखत राधिका कुँजन ते प्रति कुँजन जैबो ।
केशव.का यह दुर्लभ छन्द श्री राजुल मेहरोत्रा के संग्रह से उपलब्ध हुआ है।
Wednesday, December 31, 2014
पायन को परिबो अपमान अनेक सोँ केशव मान मनैबो / केशव.
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