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Thursday, December 7, 2023

माया का खेल

माया का खेल, एक रंग-बिरंगा धोखा,

जिसमें उलझे हैं सब, छोटे-बड़े, कोई नहीं छूटा।

माया का खेल, एक मीठा जहर,

जो भटकाता है हमें सच्चे रास्ते से, ले जाता है अनजान घाटों पर।


माया का खेल, एक झूठे सपने का साया,

जो दिखाता है हमें सुख-सुविधाओं के महल, लेकिन छुपाता है दुख-दर्द का ज्वाला।

माया का खेल, एक चंचल हवा का झोंका,

जो उड़ा ले जाता है हमारे मन को, धर्म और कर्म के रास्ते से दूर।


माया का खेल, एक चमकता हुआ सोना,

जो लुभाता है हमें अपने झूठे आकर्षण से, लेकिन खींच ले जाता है दुखों के गहरे गड्डे में।

माया का खेल, एक झूठे वैभव का दिखावा,

जो छुपाता है हमारे असली स्वरूप को, अहंकार और घमंड के आवरण में।


माया का खेल, एक मीठे स्वर का संगीत,

जो बहलाता है हमें अपने मोहक लय में, लेकिन छुपाता है सत्य और ज्ञान के गीतों को।

माया का खेल, एक नदी के तेज बहाव,

जो ले जाता है हमें अनजान सागर में, जहां डूब जाते हैं सारे सपने और सारे आराम।


माया का खेल, एक अंधेरी रात का सन्नाटा,

जिसमें खो जाते हैं हम अपने आप से, भटक जाते हैं सत्य के मार्ग से।

माया का खेल, एक जहरीली सर्प का फुफकार,

जो डराता है हमें अपने झूठे खतरे से, लेकिन छुपाता है सच्चे दुश्मनों को।


माया का खेल, एक छलिया का झूठा वादा,

जो फंसा लेता है हमें अपने जाल में, लेकिन छोड़ देता है हमें अकेले और बेबस।

माया का खेल, एक नश्वर शरीर का मोह,

जो छुपाता है हमारी आत्मा का सच्चा स्वरूप, अमर और अविनाशी।


लेकिन हे भक्त, मत डरो माया के खेल से,

क्योंकि सत्य ज्ञान का प्रकाश है तुम्हारे साथ।

माया का खेल छिप नहीं सकता सच्चे ज्ञान के सामने,

जैसे सूर्य के प्रकाश के सामने छिप नहीं सकता अंधेरा।


तो हे भक्त, जागो और अपने सच्चे स्वरूप को पहचानो,

माया का खेल तुम्हें छू भी नहीं सकता,

जब तुम ज्ञान के प्रकाश से आलोकित हो।

बस सत्य का मार्ग प्रशस्त करो,

और माया का खेल अपने आप ही मिट जाएगा।

फूलों की जुबानी

 फूलों की जुबानी, एक खामोश नज़ाकत,

खुशबू बिखेरती, रंगों से सजी, एक अनंत शाश्वत। फूलों की जुबानी, प्रकृति का एक मधुर संगीत, जिसमें झूमते हैं पत्ते, गुनगुनाते हैं पंछी, हर एक लम्हे में।

फूलों की जुबानी, एक अनकही कहानी, जिसमें छिपी है ज़िन्दगी की हर रंगत, हर एक मुस्कान और हर एक आंसू। फूलों की जुबानी, एक मासूमियत का प्रतीक, जो नफ़रत से दूर, प्यार का पैगाम भेजता है, हर एक प्राणी को।

फूलों की जुबानी, एक सच्चे प्यार का इज़हार, जो किसी भी शब्दों के बगैर, दिल की बात बयां कर देता है। फूलों की जुबानी, एक उम्मीद का दिया, जो अंधेरी रात में भी, रोशनी का रास्ता दिखलाता है।

फूलों की जुबानी, एक ज़िन्दादिली का सबक, जो हर पल खिलने, हंसने और जीने की प्रेरणा देता है। फूलों की जुबानी, एक सच्ची सुंदरता का नमूना, जो बताता है कि खूबसूरती सिर्फ दिखने में नहीं, दिल की सफाई में भी होती है।

फूलों की जुबानी, एक ज़रूरी सन्देश, जो हमें ज़िन्दगी को संभाल कर रखने, प्यार करने और खुश रहने की सीख देता है। फूलों की जुबानी, एक अनंत आशीर्वाद, जो हमारे जीवन को खुशियों और सुखों से भर देता है।

फूलों की जुबानी, एक अनोखा संवाद, जो इंसान और प्रकृति के बीच एक गहरा रिश्ता स्थापित करता है। फूलों की जुबानी, एक अमर प्रेम गीत, जो हमेशा गूंजता रहेगा, इस धरती पर, जब तक फूल खिलेंगे।

मोहब्बत का खत

 मोहब्बत का खत, आंसुओं से सराबोर,

शब्दों में उकेरी, दर्द की दास्तान है। मोहब्बत का खत, अधूरी ख्वाहिशों का इजहार, जिनका कोई अंजाम नहीं, बस अरमान है।

मोहब्बत का खत, रातों की तन्हाई में लिखा, चांदनी के साथ बहते हुए ख्वाबों का इकरां है। मोहब्बत का खत, टूटे हुए वादों का इक मर्सिया, जिनके टुकड़े बिखरे पड़े हैं, दिल के हर कोने में।

मोहब्बत का खत, इक उम्मीद का टिमटिमाता दिया, जो हवा के झोंके से बुझने को तैयार है। मोहब्बत का खत, इक याद का खजाना, जिसमें बंद हैं मुलाकातों के खूबसूरत लम्हें।

मोहब्बत का खत, एक दर्दनाक सवाल, जिसका कोई जवाब नहीं है, बस सन्नाटा है। मोहब्बत का खत, एक खामोश चिल्लाहट, जिसे सुन पाएगा सिर्फ वो दिल, जो मोहब्बत से वाकिफ है।

मोहब्बत का खत, एक अमर तमन्ना, जो जिंदगी के साथ ही दफन हो जाएगा। मोहब्बत का खत, एक टूटा हुआ सितारा, जो अंधेरी रात में भी रोशनी नहीं दे पाएगा।

मोहब्बत का खत, एक इकबाल है, जो इश्क के मारे हुए दिल की दास्तान को बयां करता है। मोहब्बत का खत, एक आखिरी ख्वाहिश, जिसमें लिखा है - "काश मैं तुमसे मिल पाता, बस एक बार।"

दिल का इक आह

 दिल का इक आह, गहरा घाव छुपाए हुए,

खामोश है पर हर बात बताए हुए। दिल का इक आह, आँखों में छलके हुए आँसू, जो बयाँ करते हैं ज़िन्दगी के सारे ग़म, सारे रंज।

दिल का इक आह, टूटी हुई ज़िन्दगी का आखिरी नज़ारा, जिसमें खोए हैं सारे सपने, सारे तस्वीरें। दिल का इक आह, उम्मीदों की टूटी हुई शाख, जिस पर नहीं लगते अब कोई नए सपनों के पत्ते।

दिल का इक आह, हार का कड़वा घूँट, जिसमें घुट कर रह गई हैं सारी ज़िन्दगी की कोशिशें। दिल का इक आह, अकेलेपन का एक भारी बोझ, जिसे ढोने में हार मान बैठा है दिल।

दिल का इक आह, बेबसी की एक दर्दनाक कहानी, जिसे सुनकर पिघल जाए पत्थर भी, रो पड़ें आसमान। दिल का इक आह, दर्द का एक गहरा समुद्र, जिसमें डूब कर खो गया है दिल का सारा सुकून।

दिल का इक आह, मासूमियत का एक टूटा हुआ खिलौना, जिसे कोई न समझ सका, कोई न उठा सका। दिल का इक आह, तन्हाई का एक अनंत सन्नाटा, जिसमें गुम है दिल का सारा अरमान, सारा ख्वाब।

दिल का इक आह, आखिरी साँस की एक गूंज, जिसके बाद खामोश हो जाएगी ज़िन्दगी की सारी कहानी। दिल का इक आह, एक अनकहा दर्द, जो रह जाएगा दिल के किसी कोने में, हमेशा के लिए।

मातृभूमि का संगीत

 मातृभूमि का संगीत, एक मधुर लय,

जो गूंजता है खेतों में, पहाड़ों में, हर नदी के किनारे, हर प्राणी के दिल में। मातृभूमि का संगीत, एक शक्तिशाली राग, जो जगाता है देशभक्ति का जज्बा, एकता का भाव, हर नागरिक के दिल में।

मातृभूमि का संगीत, एक माँ की लोरी, जो प्यार से सुलाती है, सुकून देती है, हर दुख को मिटा देती है। मातृभूमि का संगीत, एक वीर योद्धा का युद्ध गीत, जो हौसला बुलंद करता है, विजय का झंडा फहराने के लिए प्रेरित करता है।

मातृभूमि का संगीत, एक कवि का गीत, जो मातृभूमि के सौंदर्य, उसकी संस्कृति और उसकी महिमा का गुणगान करता है। मातृभूमि का संगीत, एक किसान का गाना, जो अपने खेतों में काम करते हुए गाता है, खुशियों और गमों को भुलाकर।

मातृभूमि का संगीत, एक बच्चे की हँसी, जो मासूमियत और उम्मीद का प्रतीक है, भविष्य के लिए सपने देखने की प्रेरणा है। मातृभूमि का संगीत, एक श्रमिक का गीत, जो मेहनत और लगन से काम करता है, देश के विकास में योगदान देता है।

मातृभूमि का संगीत, एक अनंत धरोहर, जो पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है, हमारी पहचान है, हमारी संस्कृति है। मातृभूमि का संगीत, एक अटूट बंधन, जो हमें एक साथ जोड़ता है, प्रेम और सद्भावना का संदेश देता है।

मातृभूमि का संगीत, एक अमर गीत, जो हमेशा गूंजता रहेगा, मातृभूमि के अस्तित्व का प्रमाण है, हमारी मातृभूमि के लिए हमारे प्रेम का प्रतीक है।

जीवन का नृत्य

 जीवन का नृत्य, एक अनंत लय,

जिसमें उठते हैं उतार, आते हैं सुख और दुख, हर पल, हर दिन। जीवन का नृत्य, एक रंगीन पटल, जिस पर उकेरे जाते हैं खुशियों के रंग और गमों के धब्बे, हर साँस, हर चरण।

जीवन का नृत्य, एक अनोखा नाटक, जिसमें हम सभी कलाकार हैं, निभाते हैं अपने-अपने किरदार, हर कदम पर, हर मोड़ पर। जीवन का नृत्य, एक मधुर संगीत, जिसमें बजते हैं जीवन के विभिन्न स्वर, हर्ष के गीत और करुणा के स्वर, हर धड़कन के साथ।

जीवन का नृत्य, एक नदी का प्रवाह, जो कभी रुकता नहीं, हमेशा बहता रहता है, आगे बढ़ता रहता है, हर पल, हर क्षण। जीवन का नृत्य, एक उड़ते हुए पंछी की उड़ान, जो स्वतंत्रता का प्रतीक है, बिना किसी सीमा के फैला है, हर आकाश में, हर उंचाई पर।

जीवन का नृत्य, एक प्रकृति का चक्र, जो हर पल बदलता रहता है, कभी दिन तो कभी रात, कभी धूप तो कभी छाया, हर मौसम में, हर रूप में। जीवन का नृत्य, एक अनंत रहस्य, जिसे कभी पूरी तरह से नहीं समझा जा सकता, सिर्फ अनुभव किया जा सकता है, हर पल, हर साँस में।

जीवन का नृत्य, एक सपने जैसा, जो कभी खूबसूरत होता है तो कभी डरावना, कभी सुखद तो कभी कष्टदायक, हर अनुभव में, हर क्षण में। जीवन का नृत्य, एक अमूल्य उपहार, जो हम सभी को मिला है, जिसे हम जी सकते हैं, महसूस कर सकते हैं और सार्थक बना सकते हैं, हर कदम पर, हर साँस में।

जीवन का नृत्य, एक गीत का मधुर ताल, जिस पर हम खुद ही नाच सकते हैं, खुद ही गा सकते हैं, खुद ही गढ़ सकते हैं, अपने जीवन की कहानी, हर पल, हर क्षण, हर साँस में।

कर्म का फल

 कर्म का फल, एक अनोखा गणित,

जिसमें जो बोएगा, वही काटेगा, हर पल, हर वक्त। कर्म का फल, एक अटूट धागा, जो जीवन के हर कदम पर बांधता है हमें, हर साँस में, हर राह में।

कर्म का फल, एक कठोर सत्य, जो न तो कभी छिपाता है, न कभी झूठ बोलता है, हर दिन, हर रात। कर्म का फल, एक न्याय का तराजू, जो तौलता है हर काम को, हर विचार को, हर नीयत को।

कर्म का फल, एक अनदेखा गवाह, जो देखता है हमारे हर कदम को, हर साँस को, हर धड़कन को। कर्म का फल, एक सच्चा मित्र, जो बताता है हमें सही और गलत का रास्ता, हर मोड़ पर, हर मुश्किल में।

कर्म का फल, एक प्रेरणा का स्रोत, जो प्रेरित करता है हमें अच्छे कर्म करने के लिए, हर काम को ईमानदारी से करने के लिए। कर्म का फल, एक जीवन का सबक, जो सिखाता है हमें जिम्मेदारी से जीना, हर पल को सार्थक बनाना।

कर्म का फल, एक अनंत यात्रा, जो शुरू होती है हमारे जन्म के साथ और खत्म नहीं होती है हमारे मृत्यु के बाद भी। कर्म का फल, एक आध्यात्मिक ज्ञान, जो बताता है हमें जीवन का सही अर्थ, जीवन का सही उद्देश्य।

कर्म का फल, एक अनंत सत्य, जिसे कभी भी नहीं भुलाना चाहिए, हर पल, हर साँस में याद रखना चाहिए। कर्म का फल, एक असीम शक्ति, जो हमारे जीवन को बदल सकती है, हमें सफलता की ओर ले जा सकती है।

कर्म का फल, एक ईश्वर का प्रसाद, जो प्राप्त होता है सच्चे मन और शुद्ध कर्म से। कर्म का फल, एक जीवन का सार, जिसे समझकर ही हम जीवन का सही आनंद ले सकते हैं।

अशांत मन

 अशांत मन, जैसे तूफान से उठा सागर,

उमड़ते-घुमड़ते विचारों का अंबार। अशांत मन, जैसे पहाड़ों से टकराता झरना, बेचैनी का सैलाब, थमने का नहीं ठिकाना।

अशांत मन, जैसे रेगिस्तान में भटकता पथिक, न कोई ठिकाना, न कोई सुकून का क्षण। अशांत मन, जैसे घायल पंछी का फड़फड़ाना, उम्मीदों के पंख टूटे, पर उड़ने का प्रयास जारी।

अशांत मन, जैसे बंजर धरती पर सूखे के आसार, खुशियों के फूल मुरझाए, उदासी का काला पहनावा। अशांत मन, जैसे उजड़ चुके घर का मलबा, खुद के टुकड़े समेटने का प्रयास बेकार।

अशांत मन, जैसे अंधेरी रात में गुम हुए सितारे, रास्ता नहीं दिखाई देता, भटकते हैं नज़ारे। अशांत मन, जैसे टूटे हुए सपने का टुकड़ा, हताशा के बादल छाए, आशा का कोई छिड़का।

अशांत मन, क्या तू शांत हो पाएगा कभी? या अशांति ही है तेरी नियति, जीवन भर घबराएगा, कभी? अशांत मन, क्या तू ढूंढ पाएगा शांति का द्वार? या जीवन भर तूफानों में नाचता रहेगा, बेचैन, लाचार?

अशांत मन, धैर्य रख, शांति जरूर आएगी, बस थोड़ा प्रयास कर, आशा का दामन थामेगी। अशांत मन, तूफानों का सामना कर, हार मत मान, जीवन में शांति का सूर्य जरूर उदय होगा, एक नया सवेरा होगा।