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Monday, November 3, 2014

सपनों के फ़ाहे / अनीता कपूर

कल रात नींद मेरी
कुछ जख्मी हो गयी थी
चलूँ, आज रात सपनों के
कुछ फ़ाहे और पैबंद लगा दूँ

अनीता कपूर

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