Pages

Thursday, November 6, 2014

पेड़-12 / अशोक सिंह

एक ऐसे समय में
जब पेड़ आदमी नहीं हो सकते
और न ही आदमी पेड़

पेड़ आदमी से पूछना चाहते हैं
विनम्रता से एक बात कि --
अगर उसकी जगह आदमी होता
और आदमी की जगह वह
तो आज उस पर क्या बीत रही होती ?

कहो न ! चुप क्यों हो ?
क्या बीत रही होती तुम पर
अगर आदमी के बजाय तुम पेड़ होते ?

अशोक सिंह

0 comments :

Post a Comment