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Tuesday, April 1, 2014

प्रतीक्षा में / अरुणा राय

आंसुओं से मेरे
कब-तक
धोते रहोगे
चेहरा
मेरी आंखों की चमक में
नहाओ कभी

देखो
प्रतीक्षा में वे
कैसी
भास्वर हो उठी हैं ...

अरुणा राय

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