मेरे आँसू तुम्हें देखकर
थम जाते हैं,
मेरा चेहरा हिमालय की
एक भीषण चोटी की तरह
उन्हें जमा लेता है ।
मुझे पता नहीं कि तुम सामने हो,
या आँसुओं ने आँखों पर दया कर
भ्रम पैदा कर दिया ।
मेरे आँसू तुम्हें देखकर
थम जाते हैं,
मेरा चेहरा हिमालय की
एक भीषण चोटी की तरह
उन्हें जमा लेता है ।
मुझे पता नहीं कि तुम सामने हो,
या आँसुओं ने आँखों पर दया कर
भ्रम पैदा कर दिया ।
0 comments :
Post a Comment