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शृंगार / आलोक धन्वा
दिन एक सितम, एक सितम रात करे हो / कलीम आजिज़
ऊँचाई / अटल बिहारी वाजपेयी
सजल के शोर ज़मीनों में आशियाना करे / इफ़्तिख़ार आरिफ़
मेरे दुश्मन तू मेरी दोस्ती को तरसे / आनंद बख़्शी
अभिमत बदलते हैं / इसाक अश्क
मकाँ से दूर कहीं ला-मकाँ से होता है / 'आसिम' वास्ती
शरण प्रतिपाल गोपाल रति वर्धिनी / कृष्णदास
न ही कोई दरख़्त हूँ न सायबान हूँ / आनंद कुमार द्वि...
उसने कहा सुन / फ़राज़
प्यास / अंजना भट्ट
दिल-ए-बे-ताब के हम-राह सफ़र / अहमद 'जावेद'
तेरी ज़बाँ से ख़स्ता कोई ज़ार है कोई / 'क़ाएम' चाँ...
गड़ेरिया / कृष्णमोहन झा
अपने होने का सुबूत / कृष्ण बिहारी 'नूर'
चन्द शेर / आसी ग़ाज़ीपुरी
प्रेम पर कुछ बेतरतीब कविताएँ-4 / अनिल करमेले
फिर बताएँगे / अनीता कपूर
तरणि तनया तीर आवत हें प्रात समे / कृष्णदास
फिर महकी अमराई / अवनीश सिंह चौहान
चलो मीत / अंजू शर्मा
लखुंदर / अम्बर रंजना पाण्डेय
म्वार देसवा हवै आजाद / उमेश चौहान
स्पर्श-1 / अम्बर रंजना पाण्डेय
स्वागत नए वर्ष का / अनुराग अन्वेषी
भोजवन में पतझड़ / अजेय
इंसां को इंसां से... / उत्तमराव क्षीरसागर
धूप / अज्ञेय
ढूँढ़ता है आदमी सदियों से दुनिया में सुकून / इकराम...
हाल-ए-गम उन को सुनाते जाइए / ख़ुमार बाराबंकवी
इस उस के असर में रहे / इसाक अश्क
वफ़ा के भेस में कोई रक़ीब-ए-शहर भी है / फ़राज़
प्रथम स्राव / अनामिका
निज़ाम-ए-बसत ओ कुशाद-ए-मानी सँवारते हैं / अमीर हम्...
बर्फ़ हो जाना किसी तपते हुए अहसास का / कुमार विनोद
बड़ी हैं उलझनें उससे बड़ी ये जिंदगानी है / आशीष जोग
छिन्दवाड़ा-2 / अनिल करमेले
मेरे भीतर / ओम पुरोहित ‘कागद’
तस्वीर / ओम पुरोहित ‘कागद’
प्रेम पर एक जरूरी कविता / अरुण श्रीवास्तव
उम्र सफर में गुजरी लेकिन शौके-सियाह्त बाकी है / आल...
एक टुकड़ा आसमान / आकांक्षा पारे
शादी के कार्ड / अविनाश मिश्र
इसे रोशनी दे, उसे रोशनी दे / गिरिराज शरण अग्रवाल
अब क़बीले की रिवायत है बिखरने वाली / अम्बर बहराईची
छिन्दवाड़ा-2 / अनिल करमेले
दोस्त जब ज़ी-वक़ार होता है / इन्दिरा वर्मा
हर तरफ़ रौशनी है सूरज की / ओम प्रकाश नदीम
चंद रुबाइयात / अमजद हैदराबादी
तुम से न मिल के खुश हैं वो दावा किधर गया / 'कैफ़' ...
शहनाइयाँ / अरविन्द अवस्थी
सीतल सदन में सीतल भोजन भयौ / कुम्भनदास
चेन्नई में कोयल / आलोक धन्वा
कौन थकान हरे / गिरिजाकुमार माथुर
गीता / आस्तीक वाजपेयी
कोड / ऋतुराज
गौरैया / कृष्ण कुमार यादव
अपनी आँखों से देखता हूँ / अजेय
उसे देख कर अपना महबूब / अब्दुल हमीद
वादा / अरुणाभ सौरभ
फिर भी टपकाए राल ढोलकिया / कुमार मुकुल
आह संगीत / गिरिराज किराडू
फ़िराक़ से भी गए हम विसाल से भी गए / 'अज़ीज़' हामि...
खुल गई नाव / अज्ञेय
वापस न लौटने की ख़बर छोड़ गए हो / कविता किरण
पीले फूल कीकर के / किरण मल्होत्रा
जवानी हरीफ़-ए-सितम है तो / ज़ैदी
जो कुछ तेरे नाम / कन्हैयालाल नंदन
रिश्ते (हाइकु) / अशोक कुमार शुक्ला
सरशार हूँ छलकते हुए जाम की क़सम / अख़्तर अंसारी
फूलों का काँटों-सा होना/ उदयप्रताप सिंह
शोभा-यात्रा / अमरनाथ श्रीवास्तव
तब तुम क्या करोगे / ओमप्रकाश वाल्मीकि
तीन-पांच सितारा होटल / कुमार मुकुल
जुगनू / अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
शहर में उसके दुःख बसता है / गगन गिल
क़िताब / अरुण चन्द्र रॉय
चीख़ / अशोक वाजपेयी
हुस्न के लाखों रंग / आनंद बख़्शी
आँसू / आस्तीक वाजपेयी
आधे से आधा चुन लेता / अमित कल्ला
मेरे देश की आँखें / अज्ञेय
क़ुर्बतो के बीच जैसे फ़ासला रहने लगे / आलम खुर्शीद
एक नन्ही चिड़िया / किशोर कुमार खोरेन्द्र
इक ज़माना था कि जब था कच्चे धागों का भरम / गणेश बि...
इन सपनों को कौन गाएगा ? / अजेय
प्यारी के नयनाँ हैं जैसे कटारे / क़ुली 'क़ुतुब' शाह
सुखन में रंग तुम्हारे ख़याल ही के तो हैं / इरफ़ान ...
मैं प्रगति का गीत गाता जा रहा हूँ / केदारनाथ पाण्डेय
बड़े भाई से बातें / आभा बोधिसत्त्व
ज़मीन पर ही रहे आसमाँ के होते हुए / अख़्तर होश्यार...
हाइकु / कुँअर बेचैन
तुम भी बुला लेना मुझे / अपर्णा भटनागर
संग-दिल है वो तो क्यूँ उस का गिला मैंने किया / फ़राज़
मुझे ग़ुबार उड़ाता हुआ सवार लगा / ग़ुलाम मुर्तज़ा ...
याद यूँ होश गंवा बैठी है / अब्दुल्लाह 'जावेद'
विदेशिनी-4 / कुमार अनुपम
कुछ बचा ले अभी आँसू मुझे रोने वाले / ‘खावर’ जीलानी
शिमला का तापमान / अजेय
घर / कुँअर बेचैन
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Thursday, April 17, 2014
प्रेम पर कुछ बेतरतीब कविताएँ-4 / अनिल करमेले
अनिल करमेले
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