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Tuesday, March 25, 2014

अर्थशाला / भूमिका / केशव कल्पान्त

उचित नहीं उद्देश्य एक बस,
मानव की कल्याण साधना।
द्रव्य तराजू लिए हाथ में,
मानव का कल्याण आँकना।

केशव कल्पान्त

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