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बादल / अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
उतनी दूर पिया तू मेरे गाँव से / कुँअर बेचैन
एक चाय की चुस्की / उमाकांत मालवीय
गो मेरे दिल के ज़ख़्म जाती हैं / अहमद नदीम क़ासमी
पुरानी बात / आशुतोष दुबे
एक सूखी हड्डियों का इस तरफ़ अम्बार था / अतीक़ुल्लाह
कभी फूलों कभी खारों से बचना / अनवर जलालपुरी
आम का पेड़ / आलोक धन्वा
यह प्यार / अरुणा राय
पर्यटन / गिरिराज किराडू
गुलामगिरी / अनुज लुगुन
इन परिंदों का नहीं है ज़ोर कुछ तूफ़ान पर / अश्वघोष
इतना बतला के मुझे हरजाई हूँ मैं यार कि तू / क़लंदर...
नीम बेहोशी में / अजित कुमार
वे चाहती हैं लौटना / अंजना संधीर
निकल के हल्क़ा-ए-शाम-ओ-सहर / अमजद इस्लाम
प्रीति अगर अवसर देती तो हमनें भाग्य संवारा होता / ...
जो शब को मंज़र-ए-शब ताब में तब्दील करते हैं / ख़ुश...
चल इंशा अपने गाँव में / इब्ने इंशा
कभी साया है कभी धूप मुक़द्दर मेरा / अतहर नफीस
मनखान आएगा /अवतार एनगिल
रती बिन साधु, रती बिन संत / गँग
ऊरूज-ए-आदमियत / ”काज़िम” जरवली
हम सितारों में तेरा अक्स न ढलने देंगे / अम्बरीन सल...
बातें तेरी वो वो फ़साने तेरे / अब्दुल हमीद 'अदम'
सियाराम / कैलाश गौतम
प्राण / इष्टदेव सांकृत्यायन
हर इक फ़नकार ने जो कुछ भी लिक्खा ख़ूब-तर लिक्खा / ...
सब कुछ होते हुए भी थोडी बेचैनी है / कुमार विनोद
जल्वों के बाँक-पन में न रानाइयों में है / 'उनवान' ...
एक बार तुम भी / अपर्णा भटनागर
तेरी सदा का है सदियों से इन्तेज़ार मुझे / खलीलुर्र...
अन्धे कहार / अवतार एनगिल
शान्त रात / अनीता वर्मा
लाई फिर इक लग़्ज़िशे-मस्ताना तेरे शहर में / कैफ़ी ...
दिल की आवाज़ में क़याम करें / कामी शाह
बहार आई / अकबर इलाहाबादी
वो जो आ जाते थे आँखों में सितारे लेकर / फ़राज़
कोई इशारा कोई इस्तिआरा क्यूँकर हो / असलम इमादी
हवा, पानी और धूप / उपेन्द्र कुमार
व्यवहार की महिमा / कबीर
शायद मेरी निगाह में कोई शिगाफ़ था / अशअर नजमी
यायावर / लहब आसिफ अल-जुंडी / किरण अग्रवाल
ऊँची सी उसासैँ लै लै पूछत है परोसिन सोँ / अज्ञात क...
इंकिशाफ़-ए-ज़ात के आगे धुआँ है और बस / अशअर नजमी
आगवानी का शोक-गीत / अनुज लुगुन
बैद को बैद गुनी को गुनी / कृष्णदास
कुछ बला और कुछ सितम ही सही / इन्दिरा वर्मा
जो लोग जान बूझ के नादान बन गये / अब्दुल हमीद 'अदम'
मन मस्त हुआ / अल्हड़ बीकानेरी
बाकी कुछ / इला प्रसाद
कितने टूटे कितनों का मन हार गया / ओमप्रकाश यती
इस तरह मोहब्बत में दिल पे हुक्मरानी है / 'कैफ़' भो...
प्रमाणपत्र को ठेंगा / कुमार सुरेश
ऐ दिल न सुन अफ़साना किसी शोख़ हसीं का / 'अहसन' मार...
दुनिया के ज़ोर प्यार के दिन / ख़ुमार बाराबंकवी
हम को दीवाना जान के क्या क्या जुल्म न ढाया लोगों न...
बंद फ़सीलें शहर की तोड़ें ज़ात की / अब्दुल अहद 'साज़'
नज़र की चोट अब दिल पर अयाँ मालूम होती है / 'उनवान'...
दिलों की उक़दा-कुशाई का वक़्त है के नहीं / 'अज़ीज़...
अच्छा लगा / कुंवर नारायण
सयानी बिटिया / अशोक अंजुम
बार एक कतरा आँसू का / ख़ुर्शीद अकरम
अंग अंग चंदन वन / कन्हैयालाल नंदन
मेरा मिथ्यालय / अजन्ता देव
रजनी बैठ बिताऊँ / केदारनाथ पाण्डेय
चाँद सी महबूबा हो मेरी कब ऐसा मैंने सोचा था / आनंद...
आ घिर आई दई मारी घटा कारी। / अमीर खुसरो
श्रीगोबिन्द पद-पल्लव सिर पर बिराजमान / गदाधर भट्ट
इस दौर में किसी को किसी की ख़बर नहीं / अज़ीज़ आज़ाद
अम्मा, ग़रज़ पड़ै चली आओ चूल्हे की भटियारी ! / ऋषभ...
ये तो है कि घर को हम बचा नहीं सके, / अशोक रावत
सबा बनाते हैं ग़ुंचा-दहन बनाते हैं / अमीर हम्ज़ा स...
मर्सिया-२ / गिरिराज किराडू
मुझ को आता है तयम्मुम न वज़ू आता / 'शाएर' क़ज़लबाश
मेरी मदद करो / अलका सर्वत मिश्रा
रोज़ ही होता था यह सब / अरुण आदित्य
बनारस की सुबह वाले / उमाशंकर तिवारी
ये मुझसे पूछिए क्या जूस्तजू में लज़्ज़त है / असग़र...
तेगा ले गुरु ज्ञान का, राम भक्ति की ढाल / गंगादास
जादा-ए-रह ख़ुर को वक़्त-ए-शाम है तार-ए-शुआ / ग़ालिब
कभी जमूद कभी सिर्फ़ इंतिशार सा है / कैफ़ी आज़मी
आँख वा थी / ख़ालिद कर्रार
एक परी / अवनीश सिंह चौहान
होने में सुबह पलक झपकने की देर है / ओमप्रकाश यती
चार दिनों की उम्र मिली है और फ़ासले जन्मों के / अज...
जो हलाल नहीं होता / कुमार मुकुल
रूख़ से पर्दा उठा दे ज़रा साक़िया बस अभी रंग-ए-मह...
कार-गाह-ए-हस्ती में लाला दाग़-सामाँ है / ग़ालिब
छात्रावास में कविता-पाठ / ऋतुराज
रचना / अशोक वाजपेयी
सागर के उस पार / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
दर ओ दीवार पे शकलें से बनाने आई / 'कैफ़' भोपाली
अभी तो शाम है ऐ दिल अभी तो रात बाक़ी है / अनवर जला...
नव वर्ष / अवनीश सिंह चौहान
अब ख़ून नहीं डर बह रहा है / उमाशंकर चौधरी
खामियाज़ा / अनीता कपूर
गुजरात - 2002 - (तीन) / कात्यायनी
सुकूत-ए-शब से इक नग़्मा सुना है / अतहर नफीस
मैं कहीं और भी होता हूँ / कुंवर नारायण
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Thursday, March 27, 2014
रचना / अशोक वाजपेयी
कुछ प्रेम
कुछ प्रतीक्षा
कुछ कामना से
रची गई है वह,
— हाड़माँस से तो
बनी थी बहुत पहले।
अशोक वाजपेयी
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