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Thursday, March 27, 2014

रचना / अशोक वाजपेयी

कुछ प्रेम
कुछ प्रतीक्षा
कुछ कामना से
रची गई है वह,
— हाड़माँस से तो
बनी थी बहुत पहले।

अशोक वाजपेयी

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