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Sunday, October 26, 2014

डर / अच्युतानंद मिश्र

डर दर‍असल
एक अँधेरा है
जब सूरज
बुझने लगता है
अपनी माँ की गोद से
चिपटा एक बच्चा
डरने लगता है
माँ चुपके से
उठती है
जला देती है
लालटेन
और दूर
भगा देती है
अँधेरा

अच्युतानंद मिश्र

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