बीनती हूँ गेहूँ,
बीनती हूँ चावल,
धनिया, जीरा,
मूंग, मसूर, अरहर_
पर असल में
बीनती हूँ केवल कँकर।
कहने को
अनाज बदला होता है
मेरी थाली मे हर दोपहर।
बीनती हूँ गेहूँ,
बीनती हूँ चावल,
धनिया, जीरा,
मूंग, मसूर, अरहर_
पर असल में
बीनती हूँ केवल कँकर।
कहने को
अनाज बदला होता है
मेरी थाली मे हर दोपहर।
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