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कामना / अशोक चक्रधर
शे’र-ओ-सुखन / कलीम आजिज़
कहीं भी रह लेना उर्फ एक सूफी लघु कथा / अजेय
स्त्री / इला प्रसाद
नदी और पुल / अरुण चन्द्र रॉय
साईं सुआ प्रवीन गति / गिरिधर
धन्यवाद चीटियो धन्यवाद / अभिज्ञात
अगर हम अपने दिल को / कुँअर बेचैन
जुरअत ऐ दिल मय ओ मीना है / 'ऐश' देलहवी
पौधे की किलकारियाँ / अर्चना भैंसारे
आज भी / अश्वघोष
अब आदमी का इक नया / अनन्त आलोक
बिहार आन्दोलन का गीत / कांतिमोहन 'सोज़'
रिश्तों का व्याकरण / अमित
सिर्फ़ / अनिरुद्ध नीरव
नव रसमय मूरति सदा / आलम
गांव, इन दिनों / ओम नागर
हम और सड़कें / केदारनाथ अग्रवाल
मकतबों में कहीं रानाई-ए-अफ़कार भी है / इक़बाल
तेरी दोस्ती पै मेरा यकीं / अर्श मलसियानी
ग़ज़ल गा रहे हैं सवेरे-सवेरे / कांतिमोहन 'सोज़'
विजय रथ / कर्णसिंह चौहान
ग़म-ज़दा हैं मुबतला-ए-दर्द हैं ना-शाद हैं / अख़्तर...
बांछा / अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
रेख्ते में कविता / उदय प्रकाश
याद / अज्ञेय
कुछ भी नहीं करीने से / कुमार अनुपम
एक शहर को छोड़ते हुए-6 / उदय प्रकाश
बेवफाई जो तुमने की तो कोई बात नहीं / आशीष जोग
उल्फ़त का फिर मन है बाबा / 'अना' क़ासमी
लगा रक्खी है उसने भीड़ मज़हब की, सियासत की / कृष्ण...
जब कभी / अर्चना भैंसारे
तुम्हारा ख़याल ज़हन में / उमेश पंत
नन्दा देवी-1 / अज्ञेय
दिल चुराना ये काम है तेरा / ग़ुलाम हमदानी 'मुसहफ़ी'
क्या हुए आशिक़ उस शकर-लब के / 'ऐश' देलहवी
गीतों के गॉंव / ओम निश्चल
मिला राह वो कि फ़रार का न पता चला / ग़ुलाम मुर्तज़...
मुहाने पर नदी और समुद्र-4 / अष्टभुजा शुक्ल
साथ-साथ / ओम नागर
शाएरी मैंने ईजाद की / अफ़ज़ाल अहमद सय्यद
बहुत हैं मेरे प्रेमी / अम्बर रंजना पाण्डेय
गुडिय़ा (5) / उर्मिला शुक्ल
रोज़ बढती जा रही इन खाइयों का क्या करें / अखिलेश त...
किसी सूरत भी नींद आती नहीं मैं कैसे सो जाऊँ / अनवर...
रिश्ते-1 / कविता वाचक्नवी
छिन्दवाड़ा-5 / अनिल करमेले
तेरा कितना एहतरा है साकी / अबू आरिफ़
नदी / इला प्रसाद
मोहब्बत / अनुलता राज नायर
इश्क़ को जब हुस्न से नज़रें मिलाना आ गया / 'असअद' ...
क्यूँ फिर दिले-मफ़लूज में हरकत-सी हुई है / कांतिमो...
जो रंजिशें थी जो दिल में गुबार था ना गया / फ़राज़
अंतर / इला प्रसाद
धूप है रंग है या सदा है / क़तील
हिन्दी भाषा / अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
रात पाली / कुमार सुरेश
डायरी के भीतर-1 / किरण अग्रवाल
यही मंज़र थे अन-जाने से पहले / अम्बरीन सलाहुद्दीन
धूप / अभिज्ञात
दो नावों की सवारी / अल्हड़ बीकानेरी
मेरे गाँव के स्कूल के बच्चें / ओम नागर
प्रेतबाधा / अनूप सेठी
छिन्दवाड़ा-6 / अनिल करमेले
सब जैसा का तैसा / कैलाश गौतम
हाथ-2 / ओम पुरोहित ‘कागद’
गिरा तो गिर के सर-ए-ख़ाक-ए-इब्तिज़ाल आया / अफ़ज़ाल...
परदे के पीछे शायद कोई आंख हो / आर. चेतनक्रांति
ये आँसू बे-सबब जारी नहीं है / कलीम आजिज़
किसी का गुमशुदा समान हूँ / गणेश पाण्डेय
अर्थशाला / भूमिका / केशव कल्पान्त
जीवन-सार / अनिता ललित
मुझे भी दीजिए अख़बार / अकबर इलाहाबादी
गिर पड़ा तू आख़िरी ज़ीने का छू कर किस लिए / अफ़ज़ल...
मरूं तो मैं किसी चेहरे में रंग भर जाऊं / अहमद नदीम...
फूटती हैं कोपलें / अभिज्ञात
रिश्तों का उपवन इतना वीरान नहीं देखा / ओमप्रकाश यती
मैं नहीं वह दीवार / कुमार विजय गुप्त
रोने की जगह मुस्करा रही थी वह लड़की... / अशोक कुमा...
पटाक्षेप / अनुलता राज नायर
ऐ अहल-ए-वफ़ा दाद-ए-जफ़ा क्यूँ नहीं देते / इक़बाल अ...
हुजूम-ए-गिरिया / अली अकबर नातिक़
मेरी भाषा के लोग / केदारनाथ सिंह
मस्ती-ए-गाम भी थी ग़फ़लत-ए-अंजाम / ज़ैदी
बच्चा - 2 / उदय भान मिश्र
आसमानों में भी दरवाज़ा लगा कर देखें / अता तुराब
हम-सफ़र गुम रास्ते ना-पैद घबराता / ज़ैदी
एक सपना / आशीष जोग
माँ का दुःख / ऋतुराज
क़त्लग़ाह / अशोक भाटिया
कालिज स्टूडैंट / काका हाथरसी
तुम्हारी उदासी के कितने शेड्स हैं विनायक सेन / कुम...
पेड़ खड़े रहे / ओम पुरोहित ‘कागद’
रिवायत की तख़्लीक़ / अख्तर पयामी
अरूणाकाश / अरुणा राय
बेशर्म / अनीता कपूर
गुरु-महिमा / कबीर
दिखावा जी हुजूरी और रियाकारी नहीं आती / आदिल रशीद
हँस के फ़रमाते हैं वो देख कर हालत मेरी / अमीर मीनाई
ऊसर जमीन भी बन सकती है फिर से उपजाऊ 3 / उमेश चौहान
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Sunday, February 23, 2014
बेशर्म / अनीता कपूर
कितना बेशर्म सा
नंगा सा
यह वक़्त
छूते ही फिसल जाता है
एक दिन और आगे
चला जाता है
अनीता कपूर
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