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तराशा उसने / अभिज्ञात
जाने हैं हम / कृष्ण शलभ
हास्य-रस -दो / अकबर इलाहाबादी
कविता का वह काल पुरुष / अमित
कार-ए-दीं उस बुत के हाथों हाए अबतर हो गया / इनामुल...
मुझ में पैदा जो होसला न हुआ / आदिल रशीद
शेरों में घर स्यार ने, छाया क्या है फेर / गंगादास
आज उनसे पहली मुलाकात होगी / आनंद बख़्शी
किताबें मानता हूँ रट गया है / अभिनव अरुण
लब-ए-ख़ामोश से अफ्शा होगा / अहमद नदीम क़ासमी
दुनिया बनी तो हम्द-ओ-सना बन गई ग़ज़ल / गणेश बिहारी...
उन्हें सवाल ही लगता है / अज़ीज़ क़ैसी
मुझे वो कुंज-ए-तनहाई से आख़िर / ऐतबार साज़िद
रुखसाना का घर-5 / अनिता भारती
जहाँ में हाल मेरा / अकबर इलाहाबादी
हाथ आकर लगा गया कोई / कैफ़ी आज़मी
ये रेशमी जुल्फ़ें, ये शर्बती आँखें / आनंद बख़्शी
देह तो आख़िर / कृष्णमोहन झा
एक अजनबी, हसीना से, यूँ मुलाकात, हो गई / आनंद बख़्शी
तुम्हारी पलकों का कँपना / अज्ञेय
मज़लूम का जलाल है दुष्यन्त की ग़ज़ल / ओम प्रकाश नदीम
घर में था क्या कि तिरा ग़म उसे ग़ारत करता / ग़ालिब
अपनी जौलाँ-गाह ज़ेर-ए-आसमाँ समझा / इक़बाल
काँटा सा जो चुभा था / 'अदा' ज़ाफ़री
यमन / आस्तीक वाजपेयी
प्रसिद्धी / अनीता अग्रवाल
ज़िन्दगी जीने की कला / अलका सर्वत मिश्रा
कहा नसीब ज़मुर्रद को सुर्ख़-रूई ये / शहबाज़
आ जाए न रात कश्तियों में / अय्यूब ख़ावर
शोषक भैया / अज्ञेय
हिन्दी मेरी भाषा / अविनाश
शिरकत / अजय कृष्ण
हाले दिल सुना नहीं सकता / अकबर इलाहाबादी
उसका क्या वो दरिया था उसको बहना ही बहना था / ओम प्...
तन्त्र की जन्म कुण्डली लिखते / ओम धीरज
दुनिया जगर-मगर है कि मजदूर-दिवस है / ओमप्रकाश यती
किसी के ख़्वाब को एहसास से बाँधा हुआ है / ख़ालिद क...
बादल / अनुज लुगुन
अकेलापन / ऋतु पल्लवी
चिड़िया रानी, किधर चली / कन्हैयालाल मत्त
नन्दा देवी-4 / अज्ञेय
लिबास-ऐ-शजर / ”काज़िम” जरवली
शनासाई / अख्तर पयामी
ज़रूरत / अनिता भारती
मता-ए-बे-बहा है दर्द-ओ-सोज़-ए-आरज़ू-मंदी / इक़बाल
रेस्तराँ में लड़की / कुमार सुरेश
फ़न तलाशे है दहकते हुए जज़्बात का रंग / 'अना' क़ासमी
धूप-2 / अरविन्द चतुर्वेद
स्वेटर / अनुलता राज नायर
सरकै अंग अँग अथै गति सी मिसि की रिसकी सिसिकी भरती ...
प्रधान की अभिलाषा / अरुण कमल
पुरसिश-ए-ग़म का शुक्रिया, क्या तुझे आगही नहीं / अह...
प्रतीक्षा / कीर्ति चौधरी
नमक / उद्भ्रान्त
विस्मय तरबूज की तरह / आलोक धन्वा
आवारा / अख्तर पयामी
गुल तेरा रंग चुरा लाए हैं / अहमद नदीम क़ासमी
प्रतीक्षा-गीत / अज्ञेय
ये दिल, दीवाना, दीवाना है ये दिल / आनंद बख़्शी
ज़ालिम था वो और ज़ुल्म की आदत भी बहुत थी / कलीम आजिज़
वे और हम / कैलाश गौतम
समय से अनुरोध / अशोक वाजपेयी
आग और पानी / अंजू शर्मा
पालकी में हो के सवार चली रे / आनंद बख़्शी
फिर क्यों मन में संशय तेरे / अमित
प्रथम परिणीता / गणेश पाण्डेय
जंगल उदास है / उत्तमराव क्षीरसागर
ख़िरदमंदों से क्या पूछूँ कि मेरी इब्तिदा क्या है /...
वही प्यास है वही दश्त है वही घराना है / इफ़्तिख़ार...
मौसम का मिजाज़ खरा नहीं लगता / अनुलता राज नायर
कैसे- कैसे पल / अशोक लव
अनुपस्थिति मेरी / अमरनाथ श्रीवास्तव
प्लास्टिक की कविता / अशोक पांडे
तेरे बैरी तुझी में, हैं ये तेरे फ़ैल / गंगादास
मोह / कुमार अंबुज
दुखों के बीज / अनुलता राज नायर
ज़ख़्म खाना ही जब मुक़द्दर हो / अहमद महफूज़
कभी इतनी धनवान मत बनना / ऋतुराज
हाँ अकेला हूँ मगर इतना नहीं, / अशोक रावत
रवाँ है मौज-ए-फ़ना जिस्म ओ जाँ उतार मुझे / ख़ालिद ...
राजधानी में बैल 5 / उदय प्रकाश
समयातीत पूर्ण-6 / कुमार सुरेश
एकलव्य से संवाद-2 / अनुज लुगुन
इंधन / इला प्रसाद
सलवटें / आकांक्षा पारे
संवत / अरुण कमल
और...दिन भर / कुमार रवींद्र
ऊँचे क़द वाले लोगों के लिए / अमृता भारती
इमरजेंसी का गीत / कांतिमोहन 'सोज़'
सोना लादन पिय गए / गिरिधर
कला का जन्म / अशोक भाटिया
कल फूल के महकने की आवाज़ जब सुनी / आदिल मंसूरी
ज़ब्त कर ऐ हसरत-ए-दीद कुछ देर अभी है / अबू आरिफ़
माँ के आँसू / कृष्ण कुमार यादव
परिसर / ऋतुराज
चैन हासिल कहीं नहीं होता / कविता किरण
मुझ को दयार-ए-ग़ैर में मारा वतन से दूर / ग़ालिब
गे बी / अली मोहम्मद फ़र्शी
नई सदी में टहलते हुए / आत्मा राम रंजन
तीन कहानियाँ / क़तील
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Friday, December 6, 2013
घर में था क्या कि तिरा ग़म उसे ग़ारत करता / ग़ालिब
घर में था क्या कि तिरा ग़म उसे ग़ारत करता
वो जो रखते थे हम इक हसरत-ए-तामीर सो है
ग़ालिब
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