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Saturday, December 7, 2013

आज उनसे पहली मुलाकात होगी / आनंद बख़्शी

 
आज उनसे पहली मुलाक़ात होगी,
फिर आमने सामने बात होगी
फिर होगा क्या, क्या पता क्या खबर
फिर होगा क्या, क्या पता क्या खबर

अनदेखा अन्जाना मुखड़ा कैसा होगा
ना जाने वो चाँद का टुकड़ा कैसा होगा
अनदेखा अन्जाना मुखड़ा कैसा होगा
ना जाने वो चाँद का टुकड़ा कैसा होगा
मिलते ही उनसे हाय दिल में,
एक बेक़रारी सी दिन रात होगी
फिर होगा क्या ....

बैठें होंगे रास्ते पे वो आँखें बिछाये
हर आहट पे सोचते होंगे, साजन आये
बैठें होंगे रास्ते पे वो आँखें बिछाये
हर आहट पे सोचते होंगे, साजन आये
क्या हाल होगा, वहाँ कुछ ना पूछो
दिल में उमंगों कि बरात होगी
फिर होगा क्या ....

खुलके होंगी तन्हाई में दिल की बातें
प्यासे तनमन पे होंगी रिम-झिम बरसातें
खुलके होंगी तन्हाई में दिल की बातें
प्यासे तनमन पे होंगी रिम-झिम बरसातें
ऐ मेरे दिल ये भी तो सोच ले तू
कोई सहेली अगर साथ होगी
फिर होगा क्या....

आनंद बख़्शी

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