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Friday, December 6, 2013

प्रसिद्धी / अनीता अग्रवाल


प्रसिद्धी आती है
बताकर
प्रेम आता है
निःशब्द
कभी आँखें भाषा बनती है
कभी भाषा को
आँखें चकित करती है
अन्तस्तल के साथ

अनिता अग्रवाल

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