माया का खेल, एक रंग-बिरंगा धोखा,
जिसमें उलझे हैं सब, छोटे-बड़े, कोई नहीं छूटा।
माया का खेल, एक मीठा जहर,
जो भटकाता है हमें सच्चे रास्ते से, ले जाता है अनजान घाटों पर।
माया का खेल, एक झूठे सपने का साया,
जो दिखाता है हमें सुख-सुविधाओं के महल, लेकिन छुपाता है दुख-दर्द का ज्वाला।
माया का खेल, एक चंचल हवा का झोंका,
जो उड़ा ले जाता है हमारे मन को, धर्म और कर्म के रास्ते से दूर।
माया का खेल, एक चमकता हुआ सोना,
जो लुभाता है हमें अपने झूठे आकर्षण से, लेकिन खींच ले जाता है दुखों के गहरे गड्डे में।
माया का खेल, एक झूठे वैभव का दिखावा,
जो छुपाता है हमारे असली स्वरूप को, अहंकार और घमंड के आवरण में।
माया का खेल, एक मीठे स्वर का संगीत,
जो बहलाता है हमें अपने मोहक लय में, लेकिन छुपाता है सत्य और ज्ञान के गीतों को।
माया का खेल, एक नदी के तेज बहाव,
जो ले जाता है हमें अनजान सागर में, जहां डूब जाते हैं सारे सपने और सारे आराम।
माया का खेल, एक अंधेरी रात का सन्नाटा,
जिसमें खो जाते हैं हम अपने आप से, भटक जाते हैं सत्य के मार्ग से।
माया का खेल, एक जहरीली सर्प का फुफकार,
जो डराता है हमें अपने झूठे खतरे से, लेकिन छुपाता है सच्चे दुश्मनों को।
माया का खेल, एक छलिया का झूठा वादा,
जो फंसा लेता है हमें अपने जाल में, लेकिन छोड़ देता है हमें अकेले और बेबस।
माया का खेल, एक नश्वर शरीर का मोह,
जो छुपाता है हमारी आत्मा का सच्चा स्वरूप, अमर और अविनाशी।
लेकिन हे भक्त, मत डरो माया के खेल से,
क्योंकि सत्य ज्ञान का प्रकाश है तुम्हारे साथ।
माया का खेल छिप नहीं सकता सच्चे ज्ञान के सामने,
जैसे सूर्य के प्रकाश के सामने छिप नहीं सकता अंधेरा।
तो हे भक्त, जागो और अपने सच्चे स्वरूप को पहचानो,
माया का खेल तुम्हें छू भी नहीं सकता,
जब तुम ज्ञान के प्रकाश से आलोकित हो।
बस सत्य का मार्ग प्रशस्त करो,
और माया का खेल अपने आप ही मिट जाएगा।